प्रज्ञानम् ब्रह्म का शाब्दिक अर्थ है – ज्ञान ही ब्रह्म है। चारों वेदों में एक एक महावाक्य का वर्णन है। प्रज्ञानम् ब्रह्म ऋग्वेद के ऐतरेय उपनिषद् का महावाक्य है। The literal meaning of ...
अयम् आत्मा ब्रह्म का शाब्दिक अर्थ है – यह आत्मा ही ब्रह्म है। ‘अयम् आत्मा ब्रह्म’ अथर्ववेद के माण्डूक्य उपनिषद् का महावाक्य है। The literal meaning of Ayam Ātmā Brahma is This Self is ...
तत् त्वम् असि का शाब्दिक अर्थ है – वह तुम हो। ‘तत् त्वम् असि’ सामवेद के छान्दोग्य उपनिषद् का महावाक्य है। The literal meaning of Tat Tvam Asi is – That is you. The ‘Tat Tvam Asi’ is th...
अहम् ब्रह्मास्मि का शाब्दिक अर्थ है – मैं ही ब्रह्म हूँ । ‘अहम् ब्रह्मास्मि’ यजुर्वेद के बृहदारण्यक उपनिषद् का महावाक्य है। The literal meaning of Aham Brahmāsmi is – I am Brahma. The ...
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